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Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट को बाढ़ से बचाने की तैयारी तेज, बिसरख नाले पर जल्द लगेगा सुरक्षा गेट

Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट को बाढ़ से बचाने की तैयारी तेज, बिसरख नाले पर जल्द लगेगा सुरक्षा गेट

हिंडन नदी में हर साल बनने वाली बाढ़ जैसी स्थिति से ग्रेटर नोएडा वेस्ट को सुरक्षित रखने के लिए प्राधिकरण ने बड़ा कदम उठाया है। बिसरख नाले पर गेट यानी रेगुलेटर लगाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है, जिससे नदी में जलस्तर बढ़ने पर पानी के बैक-फ्लो को रोका जा सके। प्राधिकरण की ओर से सिंचाई विभाग को इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए पांच करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। विभाग इस माह निविदा जारी करेगा, जबकि लक्ष्य बारिश शुरू होने से पहले कार्य पूरा करने का है। प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक मनोज कुमार सचान ने बताया कि गेट का निर्माण ऐमनाबाद बंध पर किया जाएगा, जहां बिसरख नाला सीधे हिंडन नदी में मिलता है।

इस परियोजना पर कुल 10.56 करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जिसे प्राधिकरण वहन करेगा। सिंचाई विभाग निर्माण कार्य को पूरा करेगा और प्राधिकरण इसकी निगरानी करेगा। अनुमान है कि निविदा प्रक्रिया नए वर्ष की शुरुआत तक पूरी हो जाएगी और इसके बाद काम तेजी से शुरू कर दिया जाएगा। क्षेत्र के निवासियों के अनुसार, हर साल भारी बारिश होते ही हिंडन नदी में जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच जाता है। इस दौरान बिसरख नाले में भी बैक-फ्लो आ जाता है, जिससे नाले का पानी उफान मारने लगता है और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टरों तथा आसपास के गांवों में पानी घुसने का खतरा बढ़ जाता है। इसे रोकने के लिए गेट लगाना एक एहतियाती और स्थायी समाधान माना जा रहा है।

इस परियोजना के प्रस्ताव को हाल ही में हुई बोर्ड बैठक में मंजूरी मिल चुकी है। गेट लगने के बाद न केवल शहर को बाढ़ से सुरक्षा मिलेगी, बल्कि डूब क्षेत्र में कटाव रोकने में भी काफी मदद होगी। स्थानीय लोगों की यह मांग लंबे समय से थी, जिसे अब प्राधिकरण ने प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ाया है।

ग्रेसर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सुमित यादव ने बताया कि बाढ़ से सुरक्षा के लिए बिसरख नाले पर गेट लगाने का काम तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग को परियोजना की कुल राशि का 50 प्रतिशत जारी किया जा चुका है और अधिकारियों को जल्द निविदा प्रक्रिया पूरी कर काम प्रारंभ कराने के निर्देश दिए गए हैं। लक्ष्य परियोजना को समय पर पूरा कर क्षेत्र को सुरक्षित बनाना है।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

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