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उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा एयरपोर्ट के रिक्रिएशन हब विकसित करने की योजना तैयार

उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा एयरपोर्ट के रिक्रिएशन हब विकसित करने की योजना तैयार

अमर सैनी

उत्तर प्रदेश, नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास के इलाके में अब केवल रिहायशी और औद्योगिक विकास ही नहीं, बल्कि विश्वस्तरीय मनोरंजन और सांस्कृतिक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने 2,500 एकड़ में फैले रिक्रिएशनल ग्रीन ज़ोन में अत्याधुनिक रिक्रिएशन हब विकसित करने की योजना तैयार की है। इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र में जीवन की गुणवत्ता को ऊंचा उठाना और पर्यटकों को आकर्षित करना है।

यमुना अथॉरिटी सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि प्रस्तावित रिक्रिएशनल सुविधाओं को भारत और विदेश की प्रसिद्ध परियोजनाओं से प्रेरणा लेकर तैयार किया गया है। योजना के अनुसार, यहां एक एविएशन म्यूजियम, सांस्कृतिक केंद्र, जिमखाना क्लब, गोल्फ कोर्स, रिसॉर्ट्स, यमुना हाट और एक विशाल सार्वजनिक उद्यान विकसित किए जाएंगे। इसमें पोलेंड की तर्ज पर एविएशन म्यूजियम, गुरुग्राम के किंगडम ऑफ ड्रीम्स की तरह एक अत्याधुनिक सांस्कृतिक और परफॉर्मिंग आर्ट्स सेंटर बनेगा। दिल्ली हाट की तरह एक ओपन एयर मार्केट जिसमें हस्तशिल्प, खानपान और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए मंच होगा।

उन्होंने बताया कि उच्चस्तरीय खेल सुविधाओं से लैस होंगे, जो एलीट वर्ग और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी आकर्षित करेंगे। बंगलुरू के क्यूबन पार्क से प्रेरित बोटेनिकल गार्डन को विकसित किया जाएगा। परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो चुकी है, जिसे आगामी बोर्ड बैठक में अनुमोदन के लिए रखा जाएगा। बोर्ड की मंजूरी के बाद, जिन सुविधाओं में टिकट आधारित प्रवेश होगा, उनकी भूमि को निजी क्षेत्र को आवंटित किया जाएगा। बाकी परियोजनाएं पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के तहत विकसित की जाएंगी।

उन्होंने बताया कि परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो चुकी है, जिसे आगामी बोर्ड बैठक में अनुमोदन के लिए रखा जाएगा। बोर्ड की मंजूरी के बाद, जिन सुविधाओं में टिकट आधारित प्रवेश होगा, उनकी भूमि को निजी क्षेत्र को आवंटित किया जाएगा। बाकी परियोजनाएं पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के तहत विकसित की जाएंगी।

छह सेक्टरों को इस रिक्रिएशनल जोन विकसित

सीईओ ने बताया कि सेक्टर 16 – 190 हेक्टेयर, सेक्टर 22F – 256 हेक्टेयर, सेक्टर 23B – 14.6 हेक्टेयर, सेक्टर 23C – 58.9 हेक्टेयर, सेक्टर 23D – 190 हेक्टेयर और सेक्टर 23H – 210 हेक्टेयर है। हम नई नगरी को सिर्फ रिहायशी और औद्योगिक क्षेत्र तक सीमित नहीं रखना चाहते। हमारा उद्देश्य है कि यहां के नागरिकों को विश्वस्तरीय जीवनशैली मिले। रिक्रिएशनल ग्रीन जोन के माध्यम से हम ऐसे सामाजिक और सांस्कृतिक हब विकसित करेंगे, जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से आने वाले पर्यटकों को भी आकर्षित करें।

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