उत्तर प्रदेशभारत

फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, सात राज्यों के 15 आरोपी गिरफ्तार

- विदेशियों को बना रहे थे शिकार, करोड़ों ऐंठे

अमर सैनी

नोएडा। थाना सेक्टर-39 पुलिस ने सेक्टर-100 के एक घर में पांच माह से चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी एप्पल के रद ऑर्डर के रिफंड नाम पर विदेशी से ठगी करते थे। पकड़ा गया गैंग हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं।
नोएडा जोन डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि सेक्टर-39 थाना पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर सेक्टर-100 के सी-234 में जांच की तो फर्जी कॉल सेंटर चलता मिला। टीम ने मौके से 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश देवरिया गांव लारटाउन निवासी सरगना के.विनीत, बरेली उज्ज्वल महानगर के पीयूष कुमार मौर्य, हरियाणा फरीदाबाद छज्जानगर कालोनी के अमित कुमार, मणिपुर इंफाल वेस्ट के वाडेपन, पश्चिम बंगाल जलपाईगुड़ी के संजू ग्वाला व रितिक राय, पश्चिम बंगाल जघनकारपुर के प्रगित दास, प्रयागराज राजनिवास रेजिडेंसी के राघव देवरा, बिहार पूर्णिया के रोहित कुमार, चंडीगढ़ न्यू हरि एवेन्यू के हिमांशु कुमार, दिल्ली सराय कालेखां के इब्राहम अहमद, दिल्ली झिलमिल के सिद्धार्थ डिगरा, दिल्ली लक्ष्मीनगर के. कुशाल, पश्चिम बंगाल वर्धमान के रितेश मिश्रा व पश्चिम बंगाल डागापुर के विशाल प्रसाद के रूप में हुई। सभी आरोपी 20-30 साल के बीच हैं और सभी धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलते हैं। इनके कब्जे से 18 लैपटॉप, चार इंटरनेट राउटर, तीन चार पहिया व दो दो पहिया वाहन, 14 हेडफोन, 18 लैपटॉप चार्जर, 24 मोबाइल व 98 हजार रुपये नकदी बरामद हुई।

इस तरह विदेशियों को बनाते थे शिकार
पूछताछ में बताया कि सभी मिलकर विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी करने के लिए कॉलिंग करने का काम करते हैं। विदेशी नागरिकों के कम्प्यूटर पर फर्जी लिंक व ईमेल ब्लास्टिंग के माध्यम से जुड़ते। एमेजोन व पेपल कंपनी की ओर से एप्पल प्रोडक्ट के ऑर्डर कैंसिल होने पर रिफंड प्रोसेस करने को टेक सपोर्ट देने के लिए फर्जी हेल्प लाइन नंबर भी प्रदर्शित कर देते।
आरोपी विदेशी उपभोक्ताओं की जानकारी ब्लॉकर के बनाए ग्रुप में डाल देते। ब्लॉकर उपभोक्ता से रिफंड प्रोसेस करने के नाम पर चार्ज लेता। इनसे अलग-अलग धनराशि हजारों डॉल्स के गिफ्ट कूपन व क्रिप्टो करेंसी के रूप प्राप्त की जाती। नोएडा में बैठा स्टाफ अपने परसेंटेज के आधार पर ठगी की धनराशि को कैश करवा लेता और पैसा आपस में बंट जाता था।

एक लाख रुपये किराए पर लिया घर
वहीं, पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि नोएडा में आरोपियों ने पांच माह पहले एक लाख रुपये किराये पर दो मंजिला घर लिया था। इससे पूर्व में सेक्टर-93 व एनसीआर में कॉल सेंटर चला रहे थे। पुलिस इसकी जांच कर रही है और ठगी की धनराशि का डाटा जुटाने में लगी

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