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उत्तर प्रदेश, नोएडा: ईकोटेक थ्री में आरसीसी ड्रेन का निर्माण, 3 पंप भी लगेंगे

उत्तर प्रदेश, नोएडा: -उद्योग केंद्र दो को मॉडल सेक्टर के रूप में विकसित करने की भी मांग

उत्तर प्रदेश, नोएडा। ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक सेक्टर ईकोटेक थ्री में बरसात के मौसम में ओवरफ्लो होने से कंपनियों और रास्तों पर पानी भरने की समस्या को हल करने के लिए प्राधिकरण ने तैयारी कर ली है। प्राधिकरण एक तरफ आरसीसी ड्रेन और नालियों को चौड़ीकरण का कार्य करा रहा है, तो दूसरी तरफ विकल्प के रूप में 3 पंप भी लगाएगा। मंगलवार को इंडस्ट्रियल बिजनेस एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में परियोजना विभाग की तरफ से यह जानकारी साझा की गई। साथ ही प्रदेश सरकार के 8 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के मकसद से प्राधिकरण व प्रदेश सरकार की नीतियों से भी उद्यमियों को अवगत कराया गया।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा के उद्यमियों की समस्याओं को हल करने के लिए प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर प्राधिकरण के अधिकारी अलग-अलग उद्यमियों और उनके संगठनों के साथ अब नियमित तौर पर बैठक कर रहे हैं। सोमवार को आईआईए के साथ बैठक के बाद मंगलवार को इंडस्ट्रियल बिजनेस एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव, महाप्रबंधक वित्त विनोद कुमार और ओएसडी नवीन कुमार सिंह ने बैठक की, जिसमें इंडस्ट्रियल बिजनेस एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित उपाध्याय ने उद्यमियों की तरफ से समस्याओं को प्राधिकरण के समक्ष रखा। उन्होंने ईकोटेक थ्री को मॉडल औद्योगिक सेक्टर के रूप में विकसित करने की मांग की, जिस पर एसीईओ ने जल्द ही एक समिति बनाकर जरूरी संसाधनों का अध्ययन कराने की बात कही। औद्योगिक सेक्टरों में अतिरिक्त डस्टबिन बनाने की मांग को भी जल्द पूरा कराने का आश्वासन दिया। एसीईओ ने स्पीड ब्रेकर बनाने और मार्किंग करने की मांग को भी पूरा करने के लिए परियोजना विभाग को निर्देश दिए हैं। पेड़ों की छंटाई कराकर, मलबा हटवाने तथा साफ-सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने समेत कई अन्य मांगों के लिए भी एसीईओ ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं। उद्यमियों ने सूरजपुर-कुलेसरा रोड का निर्माण शुरू कराने के लिए प्राधिकरण का आभार भी जताया। बैठक में वरिष्ठ प्रबंधक राजेश गौतम और विनोद शर्मा, प्रबंधक उद्योग अरविंद मोहन सिंह सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

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