उत्तर प्रदेश, नोएडा: एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए 45 पुलिसकर्मियों का पहला बैच तैयार
उत्तर प्रदेश, नोएडा: एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए 45 पुलिसकर्मियों का पहला बैच तैयार

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा।नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए 45 पुलिसकर्मियों का पहला बैच तैयार हो गया है। यहां 131 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। बाकी पुलिसकर्मियों को भी इमिग्रेशन सर्विसेज के बारे में ट्रेनिंग दी जा रही है। लखनऊ के फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस में ट्रेनिंग की प्रक्रिया जुलाई तक पूरी हो जाएगी। यूपी पुलिस इस ट्रेनिंग को ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन की रिकमेंडेशन पर करा रही है।
यूपी के सूचना विभाग ने कहा है कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए सीएम योगी के ड्रीम प्रॉजेक्ट नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट के संचालन की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। तैयारी ऐसी है कि एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट पर किसी प्रकार की सुरक्षा चूक न हो। यहां तैनात होने वाला पुलिस बल पैसंजर फ्रेंडली होगा। सुरक्षाकर्मी सतर्क होंगे और किसी भी प्रकार की धांधली को पकड़ने में सक्षम होंगे। 45 पुलिसकर्मियों के पहले बैच को ट्रेंड कर दिया गया है।
कंप्यूटर और अंग्रेजी भाषा के जानकार
केंद्र सरकार ने एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन सर्विसेज समेत तमाम कार्यों की निगरानी और प्रबंधन के लिए राज्य पुलिस बल की नियुक्ति का आग्रह किया था। इसके बाद यहां पुलिस के 131 जवानों को तैनात करने का फैसला लिया गया। इनमें 10 इंस्पेक्टर, 42 सब इंस्पेक्टर और 62 कॉन्स्टेबल शामिल हैं। इनके अलावा 17 पुलिसकर्मी रिजर्व में रखे जाएंगे।
ये सभी 131 पुलिसकर्मी ग्रेजुएट हैं और 50 साल से कम उम्र के हैं। साथ ही कंप्यूटर और अंग्रेजी भाषा में दक्ष हैं। एयरपोर्ट का संचालन शुरू होते ही 19 काउंटर्स आव्रजन सेवाओं के लिए होंगे। 10 काउंटर आगमन और 9 प्रस्थान के होंगे। इन्हीं पर पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी। ट्रेनिंग की प्रक्रिया आईपीएस हर्ष सिंह (फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर) की देखरेख में हो रही है।
थ्योरी से लेकर प्रैक्टिकल तक की ट्रेनिंग
पुलिसकर्मियों को खासतौर पर आव्रजन संबंधी अपराधों, अपराधियों की पहचान, धरपकड़ और तुरंत कार्रवाई करने के लिए ट्रेंड किया जा रहा है। थ्योरी, फील्ड नॉलेज, रियल टाइम ट्रेनिंग, प्रैक्टिकल ट्रेनिंग, पासपोर्ट वेरिफिकेशन, ई-वीजा मॉनिटरिंग, आईएफआरटी, लेटेस्ट इमर्जिंग ट्रेंड को सिखाया जा रहा है। लॉ वॉयलेशन, ह्यूमन ट्रैफिकिंग, स्मगलिंग, पासपोर्ट व वीजा फ्रॉड, जॉब स्कैम को पकड़ने में दक्ष किया जा रहा है। इससे इंटेलिजेंस गैदरिंग और गैर अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई करने में मदद मिलेगी।