Delhi Crime: दिल्ली में कनाडा से दी गई सुपारी, पुलिस ने चार कॉन्ट्रैक्ट किलर को किया गिरफ्तार, युवक की जान बची

Delhi Crime: दिल्ली में कनाडा से दी गई सुपारी, पुलिस ने चार कॉन्ट्रैक्ट किलर को किया गिरफ्तार, युवक की जान बची
रिपोर्ट: रवि डालमिया
राजधानी दिल्ली में एक चौंकाने वाली सुपारी किलिंग की साजिश को दिल्ली पुलिस की सतर्कता ने विफल कर दिया है। कनाडा में बैठे एक व्यक्ति ने दिल्ली के मंडावली निवासी युवक की हत्या के लिए सुपारी दी थी। दिल्ली पुलिस ने समय रहते कार्रवाई करते हुए हत्या की पूरी योजना को नाकाम कर दिया और चार शूटरों को मंडावली इलाके से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से पिस्टल, देसी कट्टा, तलवार और छह जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
पूर्वी जिला के डीसीपी अभिषेक धानिया ने बताया कि कनाडा में रहने वाले अमर नामक व्यक्ति ने दिल्ली निवासी सनी की हत्या करवाने के लिए दुबई में रह रहे गुरिंदर सिंह को हवाला के माध्यम से ढाई से तीन लाख रुपये भेजे थे। गुरिंदर ने यह रकम लेकर भारत लौटते ही अपने साथियों बलप्रीत सिंह, सचिन कुमार और प्रदीप पांडे को हत्या की साजिश में शामिल कर लिया।
साजिश के तहत चारों आरोपी 26 जुलाई को दिल्ली पहुंचे और लक्ष्मी नगर स्थित एक होटल में रुके। वहां से उन्होंने हथियार जुटाए और 28 जुलाई को सनी की तलाश में मंडावली पहुंचे। लेकिन इससे पहले कि वे हत्या की वारदात को अंजाम दे पाते, मंडावली थाने की गश्ती टीम ने उनकी साजिश को भांप लिया।
उस रात बुद्धा मार्ग स्थित कम्युनिटी सेंटर के पास हेड कांस्टेबल पुष्पेंद्र, कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र और विजेंद्र गश्त पर थे। तभी उन्हें चार युवक खड़ी गाड़ियों के पीछे संदिग्ध हालत में छिपे हुए नजर आए। जब पुलिस ने उन्हें रोका, तो वे भागने लगे। इसी दौरान गुरिंदर सिंह ने पुलिस पर पिस्टल तान दी, लेकिन हेड कांस्टेबल पुष्पेंद्र ने साहस दिखाते हुए उसे दबोच लिया। बाकी तीनों को भी टीम ने तुरंत काबू में ले लिया।
तलाशी में बलप्रीत सिंह के पास से देसी कट्टा, सचिन के पास से तलवार और कारतूस जबकि प्रदीप पांडे के पास से तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने चारों को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की, जिसके बाद पूरे षड्यंत्र का खुलासा हुआ। पूछताछ में यह साफ हो गया कि सनी की हत्या की सुपारी कनाडा से दी गई थी और गुरिंदर को दुबई में रहते हुए ही साजिश की पूरी जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 221/132 और आर्म्स एक्ट की धारा 25/27 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। मामले में अब पुलिस हवाला चैनल की जांच कर रही है और विदेश में बैठे मास्टरमाइंड अमर की तलाश में अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से संपर्क साधा जा रहा है।
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