पंजाब में बासमती की फसल में 12.58 प्रतिशत की वृद्धि
1.46 लाख हैक्टेयर रकबे में बासमती की काशत से अमृतसर राज्य भर में सबसे आगे : गुरमीत सिंह खुड्डियां
रिपोर्ट : कोमल रमोला
चंडीगढ़, 18 अगस्त:
पंजाब के कृषि और किसान कल्याण मंत्री स. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने आज बताया कि पंजाब में फसल विविधता अभियान को बड़ा समर्थन मिला है, क्योंकि पंजाब में इस खरीफ सीजन के दौरान बासमती की फसल के रकबे में 12.58 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
कृषि मंत्री ने बताया कि इस साल बासमती की फसल 6.71 लाख हैक्टेयर में की गई है, जोकि खरीफ सत्र 2022-23 के दौरान 5.96 लाख हैक्टेयर थी।
बासमती की फसल के बारे में जिलेवार जानकारी साझा करते हुए स. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि अमृतसर जिला 1.46 लाख हैक्टेयर रकबे के साथ राज्य भर में सबसे आगे है। अमृतसर के बाद क्रमवार मुक्तसर जिले में 1.10 लाख हैक्टेयर, फाज़िल्का में 84.9 हजार हैक्टेयर, तरन तारन में 72.5 हजार हैक्टेयर और संगरूर जिले में 49.8 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में बासमती उगाई गई है।
कृषि मंत्री ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार धान की सीधी बुवाई (डी.एस.आर.) के रकबे में भी 46.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पानी की बचत के लिए इस साल राज्य भर में 2.52 लाख एकड़ में धान की सीधी बुवाई की गई है, जो 2023 के खरीफ सीजन के दौरान 1.72 लाख एकड़ थी।
मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार की कृषि को लाभकारी बनाने की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए स. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि राज्य सरकार ने बासमती पर 10 कीटनाशकों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया है ताकि पंजाब की बासमती की गुणवत्ता को विश्वस्तरीय बनाया जा सके और इसके निर्यात को बढ़ाकर किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सके।
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